रेप केस में दोषी डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह को 10 साल की सजा मिली है। सजा के ऐलान से पहले कोर्ट में जहां सीबीआई ने बाबा को अधिकतम सजा की मांग की थी वहीं राम रहीम के वकीलों ने उनको माफ करने की मांग की थी। कोर्ट ने राम रहीम की दलीलों को दरकिनार करते हुए बाब को 10 साल की सजा सुनाई है।
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पहली दलील: सुनवाई के दौरान राम रहीम ने सिर पर सफेद रंग का कपड़ा बांध रखा था। राम रहीम कोर्ट रूम में रो रहे थे और कम से कम सजा की मांग कर रहा थे।
दूसरी दलील: राम रहीम के वकीलों ने कोर्ट से बाबा की जेल बदलवाने की मांग की थी।
तीसरी दलील: वकीलों ने कोटे से अपील की थी कि बाब ने समाज सेवा की है इसलिए उन्हें माफ कर दिया जाए।
चौथी दलील: वकीलों का कहना था कि बाबा ने स्वच्छता और रक्तदान में योगदान दिया है इसलिए उन्हें माफ कर दिया जाए।
पांचवी दलील : राम रहीम के वकीलों ने कोर्ट में रहम की मांग की है।
वहीं दूसरी तरफ सीबीआई ने बाबा को अधितकम सजा देने की मांग की थी। सीबीआई का कहना था कि बाबा का अपराध बड़ा है इसलिए उन्हें अधितम सजा होनी चाहीए।
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