बिना परिवहन विभाग का जिला मुख्यालय ,
मुंगेली..संजय जायसवाल
मुंगेली..मुंगेली जिला प्रदेश का एकमात्र ऐसा जिला है जो आजतक बिना परिवहन विभाग के जिला कहला रहा है 2012 में प्रदेश शासन द्वारा जिन 9 जिलों की घोषणा किया गया था उनमें मुंगेली को भी शामिल किया गया और जिले के घोषणा के दौरान प्रदेश के मुख्यमंत्री ने इन नौ जिलों को नौ रत्न का नाम दिया था लेकिन मुंगेली का दुर्भाग्य ही कहा जाए कि मुंगेली को जिले का नाम तो मिला लेकिन मूलभूत सुविधाओं से आजतक वंचित है जिनमे से एक परिवहन विभाग भी शामिल है यही वजह है कि जिला बनने के 6 साल बाद भी यहां के वाहन स्वामी व अन्य लोग अपने पुराने जिले बिलासपुर के भरोशे है और अपने वाहन सम्बन्धी हर कार्य के लिए बिलासपुर जाने को मजबूर है लोगो को हो रही इन परेशानियों का फायदा R.T.O के दलाल लोग उठा रहे है जो इनसे पैसा वसूली कर इनका कार्य कराने का दावा करते है।
आमलोगों को होने वाली परेशानियों को देखते हुए जिला प्रशासन और प्रदेश सरकार से कई बार यहां परिवहन विभाग को व्यवस्थित और अधिकारियों की नियुक्ति सम्बन्धी मांग किया जाता रहा है लेकिन अभी तक इन समस्याओं पर किसी के द्वारा भी कोई संज्ञान नही लेना आश्चर्य जनक है यही वजह है कि आम लोगो के मन मे शासन प्रशासन को लेकर भारी आक्रोश व्याप्त है वही आमलोगों की हर समस्या को उठाने का दावा करने वाले विपक्षी नेता भी इस मामले में मूकदर्शक बने नजर आ रहे है जिला बनने के बरसो बाद भी इस समस्या से हर वाहन स्वामी ग्रसित है जिसके बारे में सभी को मालूम है लेकिन क्या वजह है कि सत्तापक्ष या विपक्ष इस मुद्दे से मुँह मोड़े हुए है अब देखना होगा के जिले में परिवहन विभाग को लेकर शासन प्रशासन क्या कारगर कदम उठाती है जिससे आमलोगों को होने वाली परेशानियों को दूर किया जा सके या फिर आमजनता को ही अपने हक की लड़ाई के लिए सड़क की लड़ाई लड़ने के लिए आगे आना पड़ेगा।
मुंगेली..संजय जायसवाल
मुंगेली..मुंगेली जिला प्रदेश का एकमात्र ऐसा जिला है जो आजतक बिना परिवहन विभाग के जिला कहला रहा है 2012 में प्रदेश शासन द्वारा जिन 9 जिलों की घोषणा किया गया था उनमें मुंगेली को भी शामिल किया गया और जिले के घोषणा के दौरान प्रदेश के मुख्यमंत्री ने इन नौ जिलों को नौ रत्न का नाम दिया था लेकिन मुंगेली का दुर्भाग्य ही कहा जाए कि मुंगेली को जिले का नाम तो मिला लेकिन मूलभूत सुविधाओं से आजतक वंचित है जिनमे से एक परिवहन विभाग भी शामिल है यही वजह है कि जिला बनने के 6 साल बाद भी यहां के वाहन स्वामी व अन्य लोग अपने पुराने जिले बिलासपुर के भरोशे है और अपने वाहन सम्बन्धी हर कार्य के लिए बिलासपुर जाने को मजबूर है लोगो को हो रही इन परेशानियों का फायदा R.T.O के दलाल लोग उठा रहे है जो इनसे पैसा वसूली कर इनका कार्य कराने का दावा करते है।
आमलोगों को होने वाली परेशानियों को देखते हुए जिला प्रशासन और प्रदेश सरकार से कई बार यहां परिवहन विभाग को व्यवस्थित और अधिकारियों की नियुक्ति सम्बन्धी मांग किया जाता रहा है लेकिन अभी तक इन समस्याओं पर किसी के द्वारा भी कोई संज्ञान नही लेना आश्चर्य जनक है यही वजह है कि आम लोगो के मन मे शासन प्रशासन को लेकर भारी आक्रोश व्याप्त है वही आमलोगों की हर समस्या को उठाने का दावा करने वाले विपक्षी नेता भी इस मामले में मूकदर्शक बने नजर आ रहे है जिला बनने के बरसो बाद भी इस समस्या से हर वाहन स्वामी ग्रसित है जिसके बारे में सभी को मालूम है लेकिन क्या वजह है कि सत्तापक्ष या विपक्ष इस मुद्दे से मुँह मोड़े हुए है अब देखना होगा के जिले में परिवहन विभाग को लेकर शासन प्रशासन क्या कारगर कदम उठाती है जिससे आमलोगों को होने वाली परेशानियों को दूर किया जा सके या फिर आमजनता को ही अपने हक की लड़ाई के लिए सड़क की लड़ाई लड़ने के लिए आगे आना पड़ेगा।
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