आखिर कब खत्म होगा इंतजार ? स्वीकृति के 2 साल बाद भी धरातल पर नही
मुंगेली..संजय जायसवाल
मुंगेली..आम जनता द्वारा चुने गए जनप्रीतिनिधि अपनी जिम्मेदारी को निभाने के लिए किस तरह से गंभीर है इसका एक उदाहरण मुंगेली में देखने को मिल रहा है यहां के आम जनता के द्वारा पिछले करीब 70 सालो से रेल लाईन की मांग किया जा रहा है आमजनता के इस मुद्दे को लेकर विभिन्न संगठन ने साइकल यात्रा सहित कई आंदोलन किये साथ ही कई राजनीतिक पार्टीयो द्वारा भी इस मांग को अपनी आवाज दी लेकिन नतीजा सिफर ही रहा जिसके बाद साल 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी से लखनलाल साहू बिलासपुर लोकसभा से निर्वाचित हुए इनके लोकसभा में पहुंचने के बाद क्षेत्र की जनता को एक बार फिर रेल लाईन की आस जगी उन्हें लगा के अब उनका बरसों पुराना इंतजार खत्म हुआ लोगो की सोच पर वें खरे भी उतरे और उसी सोच को साकार करने के लिए नव निर्वाचित सांसद द्वारा एक बार फिर से रेल लाईन की मांग को उठाया गया चूंकि वर्तमान में केंद्र बीजेपी की ही सरकार है इस लिए सांसद की मांग को अमलीजामा पहनाया गया और 2015 के रेल बजट में रेल मंत्री द्वारा बिलासपुर से कवर्धा तक रेल लाइन की स्वीकृति प्रदान की गई और इसके लिए बाकायदा 2 हजार 5 सौ करोड़ रुपये की राशि स्वीकृत की गई थी साथ ही राज्य शासन द्वारा एक एमओ भी शाईन किया गया था सांसद लखनलाल साहू द्वारा पूरे किए गए इस मांग को लेकर जमकर वाहवाही लुटा गया था और नगर में बाकायदा रोड शो करके अभिनंदन समारोह भी आयोजित कराया गया था लेकिन आज रेल लाईन की घोषणा के दो साल बाद भी आज तक इस कार्य को धरातल पर नही उतारा गया अभीतक इस कार्य को क्यो शुरू नही किया गया है इस बारे में सांसद भी चुप्पी साधे हुए वही नगर की आमजनता एक बार फिर अपने आप को ठगा सा महसूस कर रही है उनका कहना है कि जिस प्रकार इस मांग को पूरा करने के नाम से स्थानीय सांसद लखनलाल साहू के द्वारा श्रेय लूट रहे थे आज उस कार्य को शुरू कराने में क्यो दिलचस्पी नही दिखा रहे है लगता है इस बार भी आम लोगो के साथ सिर्फ राजनीति ही किया गया।
मुंगेली..संजय जायसवाल
मुंगेली..आम जनता द्वारा चुने गए जनप्रीतिनिधि अपनी जिम्मेदारी को निभाने के लिए किस तरह से गंभीर है इसका एक उदाहरण मुंगेली में देखने को मिल रहा है यहां के आम जनता के द्वारा पिछले करीब 70 सालो से रेल लाईन की मांग किया जा रहा है आमजनता के इस मुद्दे को लेकर विभिन्न संगठन ने साइकल यात्रा सहित कई आंदोलन किये साथ ही कई राजनीतिक पार्टीयो द्वारा भी इस मांग को अपनी आवाज दी लेकिन नतीजा सिफर ही रहा जिसके बाद साल 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी से लखनलाल साहू बिलासपुर लोकसभा से निर्वाचित हुए इनके लोकसभा में पहुंचने के बाद क्षेत्र की जनता को एक बार फिर रेल लाईन की आस जगी उन्हें लगा के अब उनका बरसों पुराना इंतजार खत्म हुआ लोगो की सोच पर वें खरे भी उतरे और उसी सोच को साकार करने के लिए नव निर्वाचित सांसद द्वारा एक बार फिर से रेल लाईन की मांग को उठाया गया चूंकि वर्तमान में केंद्र बीजेपी की ही सरकार है इस लिए सांसद की मांग को अमलीजामा पहनाया गया और 2015 के रेल बजट में रेल मंत्री द्वारा बिलासपुर से कवर्धा तक रेल लाइन की स्वीकृति प्रदान की गई और इसके लिए बाकायदा 2 हजार 5 सौ करोड़ रुपये की राशि स्वीकृत की गई थी साथ ही राज्य शासन द्वारा एक एमओ भी शाईन किया गया था सांसद लखनलाल साहू द्वारा पूरे किए गए इस मांग को लेकर जमकर वाहवाही लुटा गया था और नगर में बाकायदा रोड शो करके अभिनंदन समारोह भी आयोजित कराया गया था लेकिन आज रेल लाईन की घोषणा के दो साल बाद भी आज तक इस कार्य को धरातल पर नही उतारा गया अभीतक इस कार्य को क्यो शुरू नही किया गया है इस बारे में सांसद भी चुप्पी साधे हुए वही नगर की आमजनता एक बार फिर अपने आप को ठगा सा महसूस कर रही है उनका कहना है कि जिस प्रकार इस मांग को पूरा करने के नाम से स्थानीय सांसद लखनलाल साहू के द्वारा श्रेय लूट रहे थे आज उस कार्य को शुरू कराने में क्यो दिलचस्पी नही दिखा रहे है लगता है इस बार भी आम लोगो के साथ सिर्फ राजनीति ही किया गया।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें